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आभूषण लेयर करने की कला: तरह-तरह के आभूषण एकसाथ पहने के सुझाव

Publisher: blog

हमेशा से ही आभूषण सुंदरता, व्यक्तित्व और शैली की अभिव्यक्ति रहे हैं। आभूषणों की दुनिया में, लेयर करने की कला का अपना अलग ही आकर्षण रहा है। तरह-तरह के आभूषणों को साथ में पहनने का हुनर पाने के लिए व्यक्ति को विभिन्न तत्वों को संतुलित करने की समझ-बूझ होनी चाहिए। अलग-अलग आभूषणों को साथ में पहनने से महिलाओं को अनोखा और खास लुक बनाने में मदद मिलती है, जो उनकी पसंद और मूड को दर्शाता है। आइए, आभूषण लेयर करने की जादुई दुनिया में प्रवेश करें और लेयर करने की कला में महारत हासिल करके अपनी शैली को नई ऊँचाइयों पर ले जाएं।


लेयर करने के लिए सबसे पहले कोई एक पीस चुनें जो आपके लुक का केंद्र बिंदु बनेगा। यह एक पीस सोने या हीरे का कोई रिंग, नेकलेस, शानदार डिज़ाइन वाला पेंडेंट या चमचमाते झुमके हो सकते हैं। इस पीस को ध्यान में रखते हुए बाकी के अपने आभूषणों का चयन करें और सुनिश्चित करें कि सभी आभूषण एक दूसरे के पूरक दिखाई देते हों। 



अब वह ज़माना गया, जब लोग एक ही प्रकार का आभूषण पहना करते थे। आज कल धातुओं और रत्नों को साथ में पहनने का दौर है, खास कर सोने और हीरे को साथ पहनने का, ताकि प्रभावी और आधुनिक लुक तैयार किया जा सके। सोने के नेकलेस के साथ हीरे जड़ित ब्रेसलेट पहनने से या इसके ठीक उलट हीरे जड़ित नेकलेस के साथ सोने का ब्रेसलेट पहनने से आपकी संपूर्ण शैली को नया आयाम मिलता है और उसमें आकर्षण उत्पन्न होता है। ऐसा करते समय आपका इरादा साफ होना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी आभूषण एक दूसरे के पूरक हों और विरोधाभास उत्पन्न नहीं करते हों।



नेकलेस की लेयरिंग करते समय, आकर्षक झालर बनाने के लिए हर आभूषण की लंबाई पर विचार करें। चेनों की लंबाई में अंतर दिखना चाहिए, जिससे कि वे आपस में उलझी हुई  दिखाई नहीं दें। माध्यम लंबाई वाले पेंडेंट और लंबी चेन के साथ पहना गया चोकर क्रमिक प्रभाव उत्पन्न करता है और भले ही उन सभी आभूषणों को एक साथ पहना गया हो, फिर भी हर आभूषण, उसे देखने वाले का ध्यान अपनी ओर अलग से आकर्षित करता है। 


बड़े और जटिल कारीगरी वाले आभूषणों के साथ नाजुक, सामान्य डिज़ाइन वाले आभूषण मिला कर संतुलित, संगत लुक तैयार करें। अगर आप कोई बड़ा ब्रेसलेट पहन रही हैं, तो सुंदर अँगूठियों या स्टड के साथ लुक को संतुलित बनाएं। आकार और शैली का यह संगम आपके आभूषण के पहनावे को नया आयाम देता है और उसे असंतुलित होने से बचाता है।  



आप चाहें तो अपनी उँगलियों पर ढेर सारी अँगूठियाँ और कलाइयों पर तरह-तरह के आकार वाली चूड़ियाँ पहन सकती हैं। अनोखा कॉम्बिनेशन बनाने के लिए अलग-अलग शैली, टेक्सचर और चौड़ाई वाले आभूषण आज़माएं, जो आपकी अनोखी शैली का प्रदर्शन करते हों। चाहे सोने के अनेक पतले बैंड हों या बड़ी और नाजुक चूड़ियाँ, ज़रूरी बात यह है कि वे आपके ऊपर जँचने चाहिए।  



लेयरिंग करते समय केवल नेकलेस और ब्रेसलेट तक ही खुद को सीमित नहीं करें; आप चाहें तो कान की बालियों के साथ भी लेयरिंग आज़मा सकते हैं। मिश्रित और आकर्षक प्रभाव देने के लिए स्टड, हूप और डैंगल के साथ मिक्सिंग और मैचिंग करें। अलग-अलग लंबाई और शैली वाले आभूषण आज़माएं और अपने लुक के माध्यम से अपना व्यक्तित्व उभरने दें।



वैसे तो लेयरिंग की मदद से आप अपना व्यक्तित्व निखार सकते हैं, लेकिन यह भी जानना बहुत ज़रूरी है कि ऐसा हर समय पर करना और ज़रूरत से अधिक करना उचित नहीं होता है। कभी-कभी काम आभूषणों की मदद से भी आकर्षक दिखा जा सकता है। इसलिए, यदि आप कोई सुन्दर नेकलेस पहनने का विचार कर रही हैं, तो अन्य कोई आभूषण मत पहनें, ताकि उस नेकलेस को आकर्षक दिखने का मौका मिल पाए।  



आभूषण लेयर करने की दुनिया में, सबसे अच्छी यह बात होती है अपने व्यक्तित्व और रचनात्मकता की अभिव्यक्ति। अलग-अलग कॉम्बिनेशन आज़माएं, एक से अधिक धातु के आभूषण पहनें, विभिन्न लंबाई वाले आभूषण पहनें और एक ऐसे संतुलन की तलाश करें जो आपकी शैली से मेल खाता हो। लेयरिंग की कला महज़ आभूषण पहन कर सुंदर दिखना नहीं होता; यह आत्म-अभिव्यक्ति का एक माध्यम है, जो आपको आभूषणों के माध्यम से अपनी अनोखी कहानी लोगों को सुनाने में मदद करती है। तो, देर कैसी? लेयरिंग की सुंदरता को गले लगाएं और अपनी शैली को लोगों के सम्मुख लाएं। और खूब मज़े करते हुए अपना व्यक्तित्व शान से दिखाएं।